Digital और Traditional Marketing में अंतर क्या है। सिर्फ 5 मिनट मैं।

WHAT ARE THE DIFFERENCE BETWEEN DIGITAL MARKETING AND TRADITIONAL MARKETING

डिजिटल मार्केटिंग और  ट्रेडिशनल मैकटिंग मै फर्क क्या होता है।


इस बात को थोड़ा समझो की मार्केटिंग के तिरिके पहले से ही थे। बस नाम जुड़ गया है डिजिटल का।

क्यों पहले मार्केटिंग नहीं होता था क्या।

होता था ना। ट्रेडिशनल मार्केटिंग होता था।

हर घर मै जाकर के  पम्पलेट, newspaper, अख़बार मै जगह जगह पे बैनर लगाना, ऑटो के पीछे पम्पलेट 

चिपकना और बहुत सारे ऐसा चीज है। जो हमे मालूम होना चाइये।

इसका क्या फायदा और नुकसान हो सकता है। आये जानते है।   ट्रेडिशनल मार्केटिंग मै।


ट्रेडिशनला मार्केटिंग के 5 फायदा क्या है।

  • लोकल कस्टमर को ककर्षित करने के लिए होता है।

  • न्यूज़ पेपर पे और अकबर पे  प्रिंट छाप कर दिखाया जा सकता है।

  • अपना business ऑफलिने से कम चलजता है। 

  • ट्रेडिशनल  मकरकेटिंग को समझने के लिए अप्पको मार्केटिंग इंटरनेट कोई भी आवश्यकता नही होती है।

  • ट्रेडिशनल मार्केटिंग कस्टमर अप्पको सपोर्ट करता है। अप्पको बिज़नेस को समझनेमें।


ट्रेडिशनल मार्केटिंग के 5 नुकसान क्या है।

१. इस मै  खर्चा बहुत है।

२. अप्पको इस में समय बहुत ज्यादा बर्बाद हो गा।

३. Time और money दोनों loss होगा।

४. हर घर मै जाकर हमे अप्पन  प्रोडक्ट को बताना पड़ेगा की हमारा प्रोडक्ट अच्छा है।

५. हम अप्पन प्रोडक्ट को पब्लिव प्लेस पे बैनर  लगाएंगे।

इस से हमे थोड़ी ना पता  की अप्प कितना लोगो ने देखा था। कौन कौन हमरे दुकान पे आरहा है।



Traditional मार्केटिंग के बारे मै एक examle बता रहा हूँ। की

येक वेक्ती था की जो  हर रोज की तरह सुबह काम पे जय करता था। वो वयक्ति एक सेल्स मैन था ।

वो दिन भर कर करता था। अप्पन प्रोडक्ट को बेचने के लिए। हर रोज काम से कम 100 घर मे जाकर अप्पन प्रोडक्ट बेचता था। तो उसे श होते होते 2 कन्वर्शन मिल जाता था । मतलब कस्टमर प्रोडक्ट को लेता था ।

इसमे से कितने लोग नही करिदे होंगे। 100% में से 98% का rejection हो चुका हो गया।

येसे कितना दिन तक काम करता था पूरा 1 साल के लिए।


अगर अप्प भी सोचोगे की 1 साल में वो आदमी कितना मेहनत करेगा गई वो अपना पेट भरेगा।

अप्प भी सोचो जरा?

की क्या उसका गुजर चल पाएगा।



हम लोग ट्रेडिशनल मार्केटिंग में पैसा बहुत ज्यादा खतम होता है।

 1.और खर्चा भी बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।

2. हमें अपना ब्रांड बिल्डिंग नही बना सकते है ।

 3.ये डिफिकल्ट होता है मझ ककरने में ।

 4.लोग हमारे प्रोडक्ट के बारे में क्या सोचते हैं।

 5.offline में हम लोग सुबह 8:00 बजे से रात को 9:00 बजे तक आपने दुकान कुल्हा रख सकते है।


अभी बात करेंगे DIGITAL MARKETING के बारे में ।


देखो डिजिटल मार्केटिंग में काम पैसा से आपका काम चल जाता है।

इसमे आपको थोड़ा मेहनत करना होगा ।


6 फायदा डिजिटल मार्केटिंग के बारे में।


6.फायदा डिजिटल मार्केटिंग के बारे में ।

१.इसमे आप का फालतू का खर्चा बाख जाता है।

२.ये बहुत जल्दी हो जाता है। और brand बिल्डिंग के बारे में लोग जानते है।

३.ये measure करने में आसान होता है। (Google Analytics)

४.आप को सही समय का रिजल्ट्स दिखता है।

५.ये बहुत आसाम होता है कि लोग आपके बारे में क्या सोचते  है।

६.ये ऑलवेज ओ लाइन 24*7 रहता है।


इन सब चीजों के लिए आप को कुछ सिख ना पड़ता है।

अगर आप नही सिकोगे तो भी कम चलेगा।

आप किस को कम देकर paid Ads चला सकते हो।

और marketing में यही सब होता है।

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